संवाद सूत्र, धारचूला : प्रदेश मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कैलास मानसरोवर यात्रा परंपरागत मार्ग से ही होगी। तवाघाट -ठाणीधार और तवाघाट-गर्बाधार मार्ग विकल्प के रूप में रखे जाएंगे। यात्रावधि तक धारचूला में हेलीकॉप्टर मौजूद रहेगा। सीएम बुधवार को धारचूला में अधिकारियों के साथ कैलास मानसरोवर यात्रा की समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यात्रा संचालन करने वाले कुमाऊं मंडल विकास निगम को पर्यटक आवासों की संख्या बढ़ाने के लिए धन दिया गया है। यात्रा पड़ावों की कमियों को दूर किया जा रहा है। बैठक में पैदल यात्रा मार्ग की जानकारी लेते हुए उन्होंने यात्रा शुरू होने से पूर्व मार्ग को पूरी तरह दुरुस्त करने को कहा।
इस अवसर पर सीएम ने बताया कि उच्च हिमालयी भू-भाग में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए धारचूला के जौलिंगकोंग से चमोली के मनाली तक पैदल मार्ग का निर्माण भी किया जाएगा। इसके लिए जिलाधिकारी को सर्वे के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि जौलिंगकोंग आदि कैलास को पर्यटन से जोड़ने के लिए ठोस कदम उठाये जा रहे हैं। इस अवसर पर कैलास मानसरोवर यात्रा अवधि तक गुंजी, पांगला, दुग्तू और तवाघाट खाद्यान्न गोदामों में तीन माह का अतिरिक्त राशन का भंडारण करने के निर्देश दिए। यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, डीएम एचसी सेमवाल, एसपी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।